तो क्या हुआ दिल ही तो टुटा है...
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तो क्या हुआ दिल ही तो टुटा है... |
तो क्या हुआ दिल ही तो टुटा है,
जिंदगी से एक इन्सान ही तो छूटा है , तो क्या हुआ
शायद एक बार फिर से जीना शुरू करना पड़ेगा , तो क्या हुआ
शायद एक बार फिर से दिल लगाना पड़ेगा , तो क्या हुआ
आज जेब में पैसे नहीं है , तो क्या हुआ
नहीं कोई पूछता आज की कैसे हो , तो क्या हुआ
शायद आज नहीं तो कल पूछेगा , तो क्या हुआ
अगर कल भी न पूछे , तो क्या हुआ
आज तुम तुम्हारे साथ हो बस वही काफी है,
जिंदगी में थोड़े ही सही पर अच्छे लम्हे तो मिले हैं,
जिंदगी कभी नीम सी कड़वी तो कभी काफी सी मीठी है,
बस इस वक़्त को संभल जाओ वही काफी है |
अगर अकेला तनहा सा लग रहा है तो किसी से बात करो,
अगर नहीं है कोई बात करने को तो कहीं डायरी में लिखो और लिख के फाड़ दो,
तो क्या हुआ जिंदगी को खुशनुमा बनाओ
क्या पता कल कोई तुम्हारा अपना तुम्हे मिल ही जाए
तो क्या होगा जिंदगी मस्त हो जाएगी यारों मस्त....
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